2/5/2024
कंनानक विस्तार चरमोत्कर्ष निष्कर्ष वियोगी होगा पहला कवि अहा से उपजा होगा ज्ञान उमडकर नैयनो से चुपचाप वही होगी कविता …
कंनानक विस्तार चरमोत्कर्ष निष्कर्ष वियोगी होगा पहला कवि अहा से उपजा होगा ज्ञान उमडकर नैयनो से चुपचाप वही होगी कविता …
तन काया है क्षणभंगुर , मन बसेरा मोह का | मोह जगाये काम को , काम जनक है क्रोध का || क्रोध कलह है अरु विनाश, क्रोध व्याप्ति…
** ज्ञान गुफा** सोच रहा हूँ हर पल हर क्षण क्या कहूँगा हरि से जाकर जग में रहकर क्या किया कितनों के मैंने प्राण हरें कितनौं …
अंकिता भण्डारी या राम मंदिर समझ नि ओणि कनैं जौं कैकि सूणूं कैमा लगौं , माना कि वोट त् मोदी कु ही जांण पर चूजा मूजा …
शिथिल होकर रक्त सभी की धमनियों में जम गया या किसी में कुछ सांस बाकी है क्या क्षीण होकर बिखर गया साहस सभी का या किसी में…
बचपन कि किलकारियों से गूंजता हुआ आंगन, वो मां के पल्लू पकड़े गिरता सम्भलता हुआ बचपन, भारी बस्तों को कांधे पर लादे, मास्टर जी…
|| आश || शाम का समय था पशु पक्षी अपने अपने आश्रय की ओर अग्रसर थे, किन्तु एक कौंशी का घर था कि जहाँ लोगो का अभी भी आना- जाना…
|| चौंनदकोट्या बाँध || न उचि लयां भैजी , न निशि मेकै ल्याण हो रात्यू कि उज्याऴि , जी जुनख्यालि बाँध सलाणी चौंनदकोट्या…