बिच्छू घास के फायदे
bichhu ghas ke fayde
Benefits of scorpion grass
यूँ तो उत्तराखंड पर्वतों एवं मन्दिरों के सौंदर्यकरण के लिए विख्यात है इसी कारण पर्यटकों के लिए सदैव उत्तराखण्ड आकर्षण का केन्द्र बना रहता है
ये बताते हुए हमे अपार हर्ष की अनुभूति होती है कि आकर्षक मन्दिरों के साथ- साथ उत्तराखंड विभिन्न प्रकार की ओषधियुक्त पेड़ पौधौ 🌳🌴 का असिमित खजाना भी है जोकि ओषधियाँ गुणों से भरपूर होतें है !
जिस प्रकार हमने पिछले आर्टिकल्स में हर प्रकार से उपयुक्त जामून के वृक्ष blackberry tree के विषय में जानकारी बताई ठीक उसी प्रकार एक मर्तबा फिर से हम उत्तराखण्ड के बिच्छू घास stinging nettle जिसे गढ़वाल मण्डल में कंडाली और कुमाऊँ मण्डल में सियुँण( सिसोंण) के नाम से विख्यात है! जबकि बिच्छू घास in english Stinging Nettle तो वंही बिच्छू घास का वैज्ञानिक नाम Urtica dioica के नाम से जाना जानते है!
बिच्छू घास एक जंगली 🌱पौधा है जिसे अक्सर लोगो द्वारा बेकार समझकर काटकर फेंक दिया जाता है ! या लोग इसे गाय भैंसों को खिला देते हैं!
यह एक सीधे आकार का चौड़ी पत्तियों वाला 2-3 फुट का पौधा होता है! इसकी चौडी पत्तियाँ लगभग दिल आकार की छोटे - छोटे एक प्रकार के कांटों युक्त पायीं जाती है जिससे छुने से झंझाहट या करंट जैसे महसूस कर सकते हैं! और बच्चों के लिए यह किसी भयानक सपने से कम नहीं होता है!
एक बार पुनः अगर पुराने लोगों की बात की जाए तो उनका मानना था कि बिच्छू घास एक ऐसा पौधा है जिसके सेवन से शरीर सदेव निरोगी रहता है! यह महिलाओं के लिए विशेष रूप से लाभप्रद होता है विशेष रूप से तब जब महिलाएं गर्भावस्था में हो !
अक्सर महिलाओं को गर्भावस्था या मासिक धर्म की बजह से कई प्रकार की शारीरिक तत्वों की आपूर्ति के कारण सिरदर्द या अनेक बीमारियों घर करने लगतीं है जिसका मुख्य कारण आयतन की कमी बताया जाता है! उनके लिए बिच्छू घास का सेवन किसी रामबाण ईलाज से कम नहीं है बिच्छू घास में आयरन प्रचूर मात्रा में पाया जाता है !
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बिच्छू घास के औषधीय गुण
जिस बिच्छू घास को लोग गाँव में बेकार झाडियाँ समझकर काट कर फेंक देते हैं वह कितनी गुणकारी होती है ! यह बात लोगों को अब धीरे- धीरे समझ आने लगी है! कि बिच्छू घास कितनी किमती और लाभदायक होती है!
बिच्छू घास का सेवन आप चाय के रूप में एवं , इस को पालक की भाँति उबाल कर अच्छी तरिके से बारीक पीसकर साग(सब्जी) के रूप में भी कर सकते है जिससे हमारा शरीर सदेव रोगरहित रहता है!
बिच्छू घास में आयरन, मेग्निज, कैल्सियम प्रचूर मात्रा में तो होता ही है साथ- ही साथ इसमें विटामिन (A, B, D ) भी पाया जाता है!बिच्छू घास का उपयोग पित दोष, मलेशिया बुखार तथा, बिच्छू घास के बीजों से पेट साफ करने वाली दवाई के रूप में किया जाता है!
आजकल बिच्छू घास की तने की छाल से मजबूत रस्सियाँ, कम्बख्त, जैकेट लघु उद्योग के माध्यम से खुब उपलब्ध कराएं जा रहे हैं और इसी कारण बिच्छू घास की कीमतों में दिनों दिन बढोत्तरी हो रही है!
अगर हम बिच्छू घास की तने की लकड़ी की बात करें तो इससे टोकरियाँ तथा चप्पल बनाने में खूब उपयोग में लिया जा रहा है तथा बिच्छू घास की जड़ से विभिन्न प्रकार की दवाईयों बनाईं जा रही है !