अंकिता भण्डारी या राम मंदिर
समझ नि ओणि कनैं जौं
कैकि सूणूं कैमा लगौं , माना
कि वोट त् मोदी कु ही जांण
पर चूजा मूजा त् वी ही छीं जु
भू कानूना नाम पर बेवकूफ बणांणा छीं
अपणौं छोड़ि कि बिरणौं बसाणा छीं
पहाड़ खाली व्हा या नांगा
गौं रडि चाही डांडा यूं क्या
लोक रोजगारों कु भटकि या
पहाड़ से पलायन व्हा यू क्या
सुचणू त् हमन च जौन रौंण च
जौंकि यख जगह जमीन च