Arsha अरसा का इतिहास उत्तराखंड arsa recipe in hindi
सदियों पुराने संस्कृति से जुड़े हर ब्याह- -शादी समारोह ,बेटी विदाई ,एवं दूल्हा दुल्हन का सर्वप्रथम मीठा गुड चावल के बने पकवान अरसौं से किया जाता था किन्तु आज शुभ मुहूर्त पर बनने वाले अरसे दिन प्रतिदिन विलुप्त होते जा रहे हैं
क्या आप जानते हैं कि गढ़वाल की मुख्य मिठाई अरसों का गहरा राज दक्षिण भारत से है !
Arsha का इतिहास एवं अरसा बनाने की विधि आसान तरीका
ऐसा माना जाता है कि हर सनातनी को मोक्ष प्राप्ति हेतु जिबित रहते चार धामों के दर्शन कर लेने चाहिए जिनमें आदिगुरु शंकराचार्य जी द्वारा निर्मित उत्तराखण्ड में श्री बद्रीनाथ धाम, तमिलनाडु में रामेश्वरम , गुजरात में द्वारिका धाम तथा उडिसा में पुरि धाम स्थित है इन्ही में से बद्रीधाम से जुडा है अरसौं का गहरा रहस्य!
आदि गुरु शंकराचार्य जी ने बैकुण्ड धाम बद्रीनाथ के पुजारी दक्षिण भारत के ब्राह्मणों को नियुक्त किया गया था! जोकि केरला के नंबूदरी परिवार के रावल जी है!
अरसालू काफी दिनों तक चल जाते हैं उस समय यातायात के साधन शून्य थे। और दक्षिण भारत से उत्तर भारत बहुत लम्बी दूरी पर है लम्बी दूरी में अरसे ही भोजन के मुख्य साधन बने। यह दक्षिण भारत की भोजन प्रणाली के अनूकूल तो थे ही, ज्यादा दिन तक सुरक्षित रहने वाले भी थे।
यूँ तो किसी निश्चित वर्ग अंतराल की पुष्टि नहीं की जा सकती किन्तु इतिहासकारों की माने तो लगभग 1100 सदी में ये दक्षिण भारत से बद्रीनाथ के पुजारी पंडित पोटली भर-भरकर अरसालू लाया करते थे!
यूँ तो किसी निश्चित वर्ग अंतराल की पुष्टि नहीं की जा सकती किन्तु इतिहासकारों की माने तो लगभग 1100 सदी में ये दक्षिण भारत से बद्रीनाथ के पुजारी पंडित पोटली भर-भरकर अरसालू लाया करते थे!
उन पंडितों द्वारा अरसालू बनाने की विधि धीरे धीरे गढ़वाल में अरसे के नाम से प्रचलित हुई! शुरुआत अरसे प्रसाद के रुप में उपयोग किये जाते थे |
दक्षिण भारत के अरसालू और गढ़वाल के अरसौं में अन्तर ;
दक्षिण भारत के अरसालू और गढ़वाल के अरसौं में अन्तर इतना सा है कि दक्षिण भारत का गुड़ खजूर से बनया जाता है और उत्तर भारत का गुड़ गन्ने से! ये पकवान कहीं अरसे, कहीं अरसालू तो कहीं अनारसा के नाम से भी जाने जाते हैं!
https://www.atulyaaalekh.com/2022/03/10323.html
जिस प्रकार आज पलायन चरम पर है और नवपिढी रोजगार के शीलशिले में पलायन को मजबूर है फलस्वरूप पुराने ब्यंंजन, रीतियाँ सीखने से बंचित रह जाती हैं कारणवश धीरे- धीरे पुरानी वस्तुएँ रीतियाँ समाप्त की ओर दिखाई दे रही है!
बड़े दुःख के साथ कहना पड़ रहा है कि उत्तराखण्ड की मुख्य मिठाई होने के बावजूद अरसे कई जगह बनने बंद हो गए हैं! और आज अरसे की जगह बेसन के लड्डू एवं आदि पकवानों ने ले ली है! इस कारण अरसे दिन प्रतिदिन एक तरह से विलुप्त होते जा रहे हैं !
मुख्य सामग्री
2.5 कि॰ ग्राम मोटा चावल
2 कि॰ ग्राम गुड़
50 ग्राम सौंप
1.5 लीटर रिफाइंड तेल
गढवाल की मुख्य मिठाई How to make Arsha Gharwali sweet Recipes अरसा कैसे बनाते हैं अरसा बनाने की पूर्ण बिधि Recipe
सर्वप्रथम चावल को लगभग 3 घण्टे भीगा लीजिए फिर भीगे चावलो को ओखली मे अच्छी तरह कूट लीजिए और कुटे चावलो को बारीक छन्नी से छानकर चावल का आटा रख दे!
अब दो कि॰ ग्राम गुड़ में 250- 300 सौ ग्राम पानी डालकर कडा़ई में उबालने के रखे और 30 ग्राम सौंप भी मिला दे गुड़! पानी तब तक उबालते रहे जब तक अच्छी तरह गाडा ना हो जाए ! इसे गुड़ का बखर भी कह सकते हैं अब गुड़ के गर्म गर्म बखर में चावल का आटा मिलाकर अच्छे से चलाए ध्यान रहे चलाने की गति एक समान रहे अन्यथा गुठली हो सकती है गुड़ का बखर और चावल का आटा चलाते चलाते एक समय बिल्कुल सख्त हो जाता है
अब छोटी छोटी गोलियां बनाकर तेल के हाथ से उन गोलियों को फैलाकर मध्यम गर्म तेल मे फ्राई करे और गर्म - गर्म अरसौं का स्वाद ले
इस तरह से अरसे का इतिहास से बनाने की विधि और विलुप्त तक की एक छोटी सी कोशिश हमारी कहां तक सार्थक रही कृपया अपनी प्रतिक्रिया से बताएं
जिस प्रकार आज पलायन चरम पर है और नवपिढी रोजगार के शीलशिले में पलायन को मजबूर है फलस्वरूप पुराने ब्यंंजन, रीतियाँ सीखने से बंचित रह जाती हैं कारणवश धीरे- धीरे पुरानी वस्तुएँ रीतियाँ समाप्त की ओर दिखाई दे रही है!
बड़े दुःख के साथ कहना पड़ रहा है कि उत्तराखण्ड की मुख्य मिठाई होने के बावजूद अरसे कई जगह बनने बंद हो गए हैं! और आज अरसे की जगह बेसन के लड्डू एवं आदि पकवानों ने ले ली है! इस कारण अरसे दिन प्रतिदिन एक तरह से विलुप्त होते जा रहे हैं !
मुख्य सामग्री
2.5 कि॰ ग्राम मोटा चावल
2 कि॰ ग्राम गुड़
50 ग्राम सौंप
1.5 लीटर रिफाइंड तेल
अरसा कैसे बनाते हैं
गढवाल की मुख्य मिठाई How to make Arsha Gharwali sweet Recipes अरसा कैसे बनाते हैं अरसा बनाने की पूर्ण बिधि Recipe
गढवाल की मुख्य मिठाई How to make Arsha Gharwali sweet Recipes अरसा कैसे बनाते हैं अरसा बनाने की पूर्ण बिधि Recipe
अब दो कि॰ ग्राम गुड़ में 250- 300 सौ ग्राम पानी डालकर कडा़ई में उबालने के रखे और 30 ग्राम सौंप भी मिला दे गुड़! पानी तब तक उबालते रहे जब तक अच्छी तरह गाडा ना हो जाए ! इसे गुड़ का बखर भी कह सकते हैं अब गुड़ के गर्म गर्म बखर में चावल का आटा मिलाकर अच्छे से चलाए ध्यान रहे चलाने की गति एक समान रहे अन्यथा गुठली हो सकती है गुड़ का बखर और चावल का आटा चलाते चलाते एक समय बिल्कुल सख्त हो जाता है
अब छोटी छोटी गोलियां बनाकर तेल के हाथ से उन गोलियों को फैलाकर मध्यम गर्म तेल मे फ्राई करे और गर्म - गर्म अरसौं का स्वाद ले
इस तरह से अरसे का इतिहास से बनाने की विधि और विलुप्त तक की एक छोटी सी कोशिश हमारी कहां तक सार्थक रही कृपया अपनी प्रतिक्रिया से बताएं
Tags:
My Article