लॉकडाउन lockdown


बहुत व्है ग्या जग्वाऴ भैजी

अब फण्डू मार फाऴ भैजी

भण्डी ह्वै गी लोक डाउन का  त्योहार  भैजी

अब ना लगा खुटऴि दिया

अब चा  तै पापी पेट कू सवाल भैजी

बहुत ह्वे ग्या अब जग्वाऴ भैजी

बाटा तरसी गी तैरी श्री खुट्यु थे 

लोग खुदैणा  व्हाला सी भली  मुखडी कै

तु भी कतगै बैरी पैटी ह्वैली  

पर अब ना रोक उमाऴ भैजी

औ पौच्छ अब सभ्माऴ

अपणु  सम्मान भैजी

बहुत ह्वे ग्या जग्वाऴ भैजी

बहुत मिल गै तू अपणों  थै

बहुत  दिखै गी पहाड़ भी 

भिण्टै गी स्ये बाटो गारा से दीदा 

अब ऐ ग्या  दैख बुग्याऴ भैजी

अब बहुत ह्वे जग्वाऴ भैजी

ईन ना हो कि कखी अबैर ह्वै जा

ईन ना हो कखी कुई पैरु पौंड जा 

चट पैट झट पौच्छ कखी हरची

ना जा तेरी पच्छ्याण भैजी

बहुत ह्वैग्या जग्वाऴ भैजी


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Devendrasinghrawat484@gmail.com

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